By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
NewsyBirdNewsyBirdNewsyBird
  • Home
  • Politics
    Politics
    Politics is the art of looking for trouble, finding it everywhere, diagnosing it incorrectly and applying the wrong remedies.
    Show More
    Top News
    दिल्ली की एक प्रमुख सड़क बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा जी के नाम से पहचानी जाएगी
    15 July 2025
    देहरादून, उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री के भाषण का मूल पाठ
    15 July 2025
    रेलवे यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए डिब्बों में सीसीटीवी कैमरे लगाएगा
    13 July 2025
    Latest News
    प्रधानमंत्री ने प्रसिद्ध फिल्मी हस्ती बी. सरोजा देवी जी के निधन पर शोक व्यक्त किया
    15 July 2025
    प्रधानमंत्री ने नाइजीरिया के पूर्व राष्ट्रपति श्री मुहम्मदु बुहारी के निधन पर शोक व्यक्त किया
    14 July 2025
    प्रधानमंत्री ने श्री कोटा श्रीनिवास राव गारू के निधन पर शोक व्यक्त किया
    13 July 2025
    रेलवे यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए डिब्बों में सीसीटीवी कैमरे लगाएगा
    13 July 2025
  • Technology
    TechnologyShow More
    यह थी अहमदाबाद विमान दुर्घटना की वजह
    14 July 2025
    चीन की टेंशन बढ़ी: भारत में अब iPhone से लेकर टीवी तक बनेंगे लोकल
    13 July 2025
    ईयररिंग दिखेगा, कॉल काटेगा: भारत में लॉन्च हुआ अनोखा FreeClip Earbud
    13 July 2025
    iPhone बताएगा प्रेग्नेंसी! Apple की AI टेक्नोलॉजी ने कर दिखाया कमाल
    13 July 2025
    फोटो से वीडियो बना देगा Google Gemini
    13 July 2025
  • Health
    HealthShow More
    नीति आयोग ने नई दिल्ली में “ट्रेड वॉच क्वार्टरली” का तीसरा संस्करण लॉन्च किया
    15 July 2025
    दिल्ली की युवती को मिला नया जीवन, चंडीगढ़ से एयरलिफ्ट किया गया दिल बना जीवनदाता
    13 July 2025
    परंपरागत चिकित्सा में गुणवत्ता आश्वासन के लिए भारत और इंडोनेशिया के बीच समझौता मील का पत्थर: श्री प्रतापराव जाधव, केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आयुष मंत्रालय
    14 February 2025
    नागपुर में इंडिया जी-20 के साउथ सेंटर में  अंतर्राष्ट्रीय कराधान पर  कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ
    11 August 2023
    पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग जल्द ही पेंशनभोगियों और बुजुर्ग नागरिकों के लाभ के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सक्षम कॉमन सिंगल पेंशन पोर्टल का शुभारंभ करेगा –  डॉक्टर जितेंद्र सिंह
    18 August 2022
  • Entertainment
    EntertainmentShow More
    कन्नड़ अभिनेत्री मंजुला श्रुति पर पति ने किया चाकू से हमला, मिर्च स्प्रे का भी किया इस्तेमाल
    13 July 2025
    आईएनएस सुनयना (आईओएस सागर) एक महीने के सफल दौरे के बाद कोच्चि लौटा
    8 May 2025
    भारत-पुर्तगाल संबंध ऐतिहासिक हैं और ये लगातार मजबूत होते जा रहे हैं: राष्ट्रपति मुर्मु
    Sponsored by BstoreBstore
    राष्ट्रपति ने बीआईटी मेसरा के प्लेटिनम जयंती समारोह में भाग लिया
    16 February 2025
    आपके घर तक आयुष’ को संभव बनाने के लिए पूर्वोत्तर राज्यों ने हाथ मिलाया
    27 August 2021
  • Bookmarks
Search
© 2024 NewsyBird Network. All Rights Reserved.
Reading: कुंभ मेला देश की समावेशिता और विश्वस्तरीय प्रबंधन को प्रतिबिम्बित करता है: उपराष्ट्रपति
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
NewsyBirdNewsyBird
Font ResizerAa
  • Business
  • Politics
  • Travel
  • Entertainment
  • Science
  • Technology
  • Fashion
Search
  • Categories
    • Technology
    • Entertainment
    • Travel
    • Fashion
    • Business
    • Politics
    • Science
    • Health
  • Bookmarks
Follow US
© 2024 NewsyBird Network. All Rights Reserved.
NewsyBird > Blog > Fashion > कुंभ मेला देश की समावेशिता और विश्वस्तरीय प्रबंधन को प्रतिबिम्बित करता है: उपराष्ट्रपति
FashionTravel

कुंभ मेला देश की समावेशिता और विश्वस्तरीय प्रबंधन को प्रतिबिम्बित करता है: उपराष्ट्रपति

All of the Best Looks From New York Fashion Week Fall/Winter 2021. From Markarian to Prabal Gurung, this week features some American design

newsybird.com
Last updated: 15 July 2025 01:31
newsybird.com
Share
7 Min Read
SHARE

उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने कहा, “बजट में वृद्धि हुई है और मेरे लिए कुंभ में वृद्धि हुई है। दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।” उन्होंने बताया कि बजट में वृद्धि, विशेष रूप से करदाताओं के लिए, ने हर तरफ उत्साह पैदा किया है। मानवता के लिए अद्वितीय महत्व वाले कुंभ मेले की अपनी यात्रा पर विचार व्‍यक्‍त करते हुए उन्होंने कहा, “जब मैंने 144 वर्षों के बाद होने वाले कुंभ मेला में पवित्र स्नान किया, तब तक अमेरिका की आबादी से अधिक पहले ही यहां आ चुकी थी। प्रबंधन शानदार!”  

एक अनूठी समानता को रेखांकित करते हुए उन्होंने बताया कि कुंभ में विश्वस्तर की व्यवस्थाएं स्पष्ट रूप से देखी गईं। उन्होंने कहा, “इतने छोटे से क्षेत्र में, इतने बड़े आयोजन का ख्याल कैसे रखा गया, यह भारत की समावेशिता और हमारे भीतर शांति को दर्शाता है।” आयोजन के दौरान एक दुर्घटना को स्वीकार करते हुए, श्री धनखड़ ने प्रबंधन की त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया की प्रशंसा की: “उसके प्रबंधन, प्रतिक्रिया त्‍वरित की गई।” उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं, कानून और व्यवस्था की व्यवस्था और मदद करने वाले हाथों की उपलब्धता की सराहना की, और निष्कर्ष निकाला, “इसलिए, मैं एक भारतीय के रूप में गर्व महसूस करता हूं कि हम एक राष्ट्र के रूप में उस स्थिति में आ गए हैं जहां धार्मिकता, उदात्तता, आध्यात्मिकता और हमारी सभ्यतागत लोकाचार के प्रति प्रतिबद्धता से प्रेरित इतनी बड़ी मानव समूह एक साथ आई है और शांतिपूर्वक स्थितियों को संभाला है। मैं ऐसे अनुकरणीय प्रबंधन से जुड़े सभी लोगों को सलाम करता हूं।”

नई दिल्ली के यशोभूमि में आयोजित वर्ल्ड फोरम ऑफ अकाउंटेंट्स में भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान (ICAI) के 75वें वार्षिक समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत के लोग अब आकांक्षापूर्ण स्थिति में प्रवेश कर चुके हैं। उन्होंने कहा, “यह आकांक्षापूर्ण स्थिति इस तथ्य पर आधारित है कि पिछले दशक में भारत जितना विकास के मामले में किसी भी देश ने प्रगति नहीं की है।” उन्होंने बताया कि जब लोग विकास देखते हैं, तो वे स्वाभाविक रूप से और अधिक की इच्छा रखते हैं और इसने मानवता के छठे हिस्से को सबसे अधिक आकांक्षापूर्ण जनसंख्‍या में बदल दिया है। उन्होंने जोर देकर कहा, “इसलिए, यह जनसंख्‍या एक संपत्ति है। लेकिन यह एक चुनौती भी है। अगर यह बेचैन है, तो यह एक टाइम बम है। और अगर ऊर्जा को चैनलाइज़ किया जाए, तो यह परमाणु ऊर्जा से कम नहीं है।”

उन्होंने आगे बताया कि पिछले कुछ वर्षों में भारत ने अभूतपूर्व और उल्लेखनीय आर्थिक वृद्धि और उछाल के साथ-साथ महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे का विकास, प्रौद्योगिकी का प्रसार और गहन डिजिटलीकरण किया है। बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में, इसकी वृद्धि सबसे अलग है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आशा और संभावना का माहौल हर जगह व्याप्त है।

श्री धनखड़ ने पेशेवर निकायों की भूमिका में अपना विश्वास व्यक्त करते हुए कहा “मैं महसूस करता हूं कि आपके जैसे निकायों में युवा लाभांश को परमाणु ऊर्जा में बदलने और इसे अशांत स्वभाव से दूर रखने की क्षमता है।”

आर्थिक चिंताओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए, उपराष्ट्रपति ने अपनी आशंकाएँ साझा कीं: “मुझे बहुत चिंता होती है जब मैं देखता हूँ कि जब बैलेंस शीट चमकती है, जो कि टाले जा सकने वाले आयातों पर आधारित होती है, और वित्त कच्चे माल के निर्यात पर फलता-फूलता है, तो राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को नुकसान होता है क्योंकि विदेशी मुद्रा की टाले जा सकने वाली निकासी होती है, रोज़गार का नुकसान होता है, और उद्यमशीलता के विकास में बाधा आती है।” उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह एक ऐसी चुनौती है जिसका समाधान केवल चार्टर्ड अकाउंटेंट ही कर सकते हैं। “आर्थिक राष्ट्रवाद की भावना को आत्मसात करने की आवश्यकता है। एक प्रतिष्ठित वर्ग के रूप में, चार्टर्ड अकाउंटेंट राष्ट्रवाद की इस भावना को प्रचारित करने और पोषित करने के लिए एकदम उपयुक्त हैं। ऐसा दृष्टिकोण अर्थव्यवस्था के लिए अत्यधिक लाभकारी होगा और हमें अरबों डॉलर की विदेशी मुद्रा की बचत होगी – अरबों डॉलर – जबकि लाखों नौकरियाँ पैदा होंगी और उद्यमशीलता के विकास का हिसाब होगा,” उन्होंने ज़ोर देकर कहा।

श्री धनखड़ ने चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए कहा, “आर्थिक स्थिरता के निर्माता, वित्तीय अखंडता के प्रहरी और राजकोषीय अनुशासन के संरक्षक के रूप में, आप पर विशेष रूप से अभूतपूर्व विकास और समृद्धि की ओर राष्ट्र के कदम बढ़ाने में योगदान देने का दायित्व है।” उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि समकालीन समय में, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े प्रभावशाली लोग महत्वपूर्ण रूप से मायने रखते हैं, लेकिन एक पेशेवर वर्ग के रूप में, चार्टर्ड अकाउंटेंट्स अर्थव्यवस्था में परिवर्तनकारी बदलाव के लिए सबसे शक्तिशाली प्रभावशाली व्यक्ति हैं।

उपराष्‍ट्रपति श्री धनखड़ ने कहा, “चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के अलावा कोई और वर्ग नहीं है जो व्यावसायिक नैतिकता और व्यवसाय संवर्धन में क्रांतिकारी सकारात्मक बदलाव ला सकता है।” उन्होंने आगे कहा, “व्यवसाय, वित्त और शासन के चौराहे पर आपकी अद्वितीय स्थिति आपको जमीनी स्तर से लेकर उच्चतम कॉर्पोरेट उपलब्धियों तक सुधार लाने और उन्हें उत्प्रेरित करने में सक्षम बनाती है। आपमें बड़े बदलावों के लिए केंद्र बनने की क्षमता है जो हमारी अर्थव्यवस्था में योगदान देगा।”

उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन का समापन करते हुए विकसित राष्ट्र का दर्जा प्राप्त करने की चुनौती और महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “विकसित राष्ट्र बनने की चुनौती को आपके स्तर पर समझना होगा।” उन्होंने स्पष्ट किया कि विकसित राष्ट्र का दर्जा स्पष्ट रूप से परिभाषित नहीं है, लेकिन कुछ वैश्विक मापदंडों की पहचान की जा सकती है। श्री धनखड़ ने कहा, “अर्थशास्त्र की मेरी मामूली समझ के अनुसार, हमारी प्रति व्यक्ति आय में आठ गुना वृद्धि होनी चाहिए। यह एक कठिन चुनौती है, लेकिन इसे प्राप्‍त किया जा सकता है।”

इस अवसर पर राज्य सभा सांसद सीए एन.डी. गुप्ता, राज्य सभा महासचिव श्री पी.सी. मोदी, आईसीएआई के अध्यक्ष सीए रंजीत कुमार अग्रवाल, एनआईआरसी के चेयरमैन सीए अभिनव अग्रवाल और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

You Might Also Like

आईएनएस सुनयना (आईओएस सागर) एक महीने के सफल दौरे के बाद कोच्चि लौटा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आर्ट ऑफ लिविंग के अंतर्राष्ट्रीय महिला सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया

परंपरागत चिकित्सा में गुणवत्ता आश्वासन के लिए भारत और इंडोनेशिया के बीच समझौता मील का पत्थर: श्री प्रतापराव जाधव, केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आयुष मंत्रालय

जब भी भारत का इतिहास लिखा जाएगा, मोदी जी के 10 साल के शासन के बारे में उनके कटु से कटु आलोचक भी स्वर्णिम अक्षरों से ही लिखेंगे

देहरादून, उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री के भाषण का मूल पाठ

TAGGED:BeautifulLovePhotography
SOURCES:rubynews.comtimenews.com
VIA:ThemeRubyMarsNews

Sign Up For Daily Newsletter

Be keep up! Get the latest breaking news delivered straight to your inbox.
[mc4wp_form]
By signing up, you agree to our Terms of Use and acknowledge the data practices in our Privacy Policy. You may unsubscribe at any time.
Share This Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
What do you think?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0
Previous Article जब भी भारत का इतिहास लिखा जाएगा, मोदी जी के 10 साल के शासन के बारे में उनके कटु से कटु आलोचक भी स्वर्णिम अक्षरों से ही लिखेंगे
Next Article कोयला मंत्रालय ने वाणिज्यिक कोयला खदान नीलामी के तहत 7 कोयला खदानों के लिए स्वामित्व आदेश जारी किए
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

2kFollowersLike
1kFollowersFollow
2kFollowersFollow
36kSubscribersSubscribe
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

नीति आयोग ने नई दिल्ली में “ट्रेड वॉच क्वार्टरली” का तीसरा संस्करण लॉन्च किया
Health Science 15 July 2025
प्रधानमंत्री ने प्रसिद्ध फिल्मी हस्ती बी. सरोजा देवी जी के निधन पर शोक व्यक्त किया
Politics 15 July 2025
विमानन क्षेत्र के विशेषज्ञ बोले-यांत्रिक कारणों से भी बंद हो सकते हैं ईधन स्विच
Blog 14 July 2025
प्रधानमंत्री ने नाइजीरिया के पूर्व राष्ट्रपति श्री मुहम्मदु बुहारी के निधन पर शोक व्यक्त किया
Politics 14 July 2025

Newsybird, we believe in the power of amplifying the voices often drowned out by the noise of mainstream media. Join us in speaking for silence and embracing the power of unheard narratives.”

Sign Up for Our Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

[mc4wp_form id=”847″]

NewsyBirdNewsyBird
Follow US
© 2025 NewsyBird Network. All Rights Reserved.
adbanner
AdBlock Detected
Our site is an advertising supported site. Please whitelist to support our site.
Okay, I'll Whitelist