सुबह 10 अक्टूबर 2023 के बाद, एक नया AI‑संचालित वेब ब्राउज़र बाज़ार में उतारा गया। इस उत्पादन को लॉन्च करने के तुरंत बाद, गूगल की मूल कंपनी अल्फ़ाबेट के स्टॉक्स में तेज गिरावट आई, जिससे कंपनी के बाज़ार मूल्य में उसी दिन ~₹13.15 लाख करोड़ घटकर वर्तमान में केवल ₹265.93 लाख करोड़ की स्थिति बनी रही।
लॉन्च और शेयर बाजार पर प्रभाव
नया ब्राउज़र, जिसे “चैटजीपीटी एटलस” कहा गया था, मंगलवार (21 अक्टूबर) को सार्वजनिक रूप से पेश किया गया। कंपनी के शेयरों पर इसका प्रत्यक्ष असर पड़ा और अल्फ़ाबेट के स्टॉक ने 2.21% की गिरावट के साथ $251.34 पर दिन समाप्त किया। कारोबारी घंटों के दौरान स्टॉक ने $244.67 का सर्वनिम्न दर्ज किया और शिखर पर $255.38 से लगभग 4.19% घट गया।
चैटजीपीटी एटलस की खासियतें
यह ब्राउज़र, मूल रूप से क्रोमियम पर बनाया गया है, लेकिन इसमें कैरेक्टर मैनेजमेंट को पूरी तरह AI के हाथ में ले जाया गया है। इसकी प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
- इंटीग्रेटेड AI सहायक: पृष्ठ पर ही सीधे चैट करना संभव बनाता है, जिससे टैब बदलने या कॉपी‑पेस्ट करने की ज़रूरत नहीं।
- एजेंट मोड: उपयोगकर्ता के कर्सर और कीबोर्ड को नियंत्रित करके जटिल टास्क—जैसे फ्लाइट बुकिंग, उत्पाद अनुसंधान, या दस्तावेज़ संपादन—स्वचालित रूप से पूरा किया जा सकता है।
- उपलब्धता: अभी यह केवल macOS पर उपलब्ध है, पर भविष्य में मोबाइल एवं Windows संस्करण की योजना है।
- बेसिक बनाम प्रीमियम: फ्री यूज़र्स भी ब्राउज़र का उपयोग कर सकते हैं, पर कुछ उन्नत फीचर्स विश्वसनीय सदस्यता (प्लस एवं प्रो) पर निर्भर हैं।
आर्किटेक्ट्स की टोली, जो पहले क्रोम और फायरफ़ॉक्स पर काम कर चुके हैं, ने इस ब्राउज़र को बाजार में उतारने में अहम भूमिका निभाई।
गूगल पर पड़ा असर क्यों?
गूगल की राजस्व का एक बड़ा भाग सर्च विज्ञापन से आता है। AI‑संचालित ब्राउज़रों और सर्च इंजन के जरिए प्राप्त त्वरित उत्तर, विज्ञापन‑आधारित मॉडल का मुकाबला कर रहे हैं। OpenAI के पास लगभग 8 करोड़ साप्ताहिक चैटजीपीटी उपयोगकर्ता हैं, जो तुरंत एटलस को आज़माने के लिए तैयार हैं।
गूगल की तैयारियाँ
हाल ही में, गूगल ने अपने क्रोम में जेमिनी AI को इंटीग्रेट किया है, साथ ही एक पूर्व मुकदमे में जमा किये गए ब्राउज़र डिवीजन के सवालों से बच निकला। 29 अक्टूबर को आने वाली तीसरी तिमाही की आय रिपोर्ट में निवेशक यह देखेंगे कि AI की इस दाढ़ी से गूगल के सर्च बिज़नेस पर कितना प्रभाव पड़ रहा है।
आगे क्या संभावनाएँ?
एटलस और गूगल क्रोम के बीच यह नई प्रतिस्पर्धा टेक्नोलॉजी जगत में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है। एक ओर OpenAI वेब ब्राउज़िंग को AI‑संचालित, तेज़ और सहज बनाना चाहता है; वहीं दूसरी ओर गूगल अपने डॉमिनेंस को बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है। किस दिशा में यह खेल आगे बढ़ेगा, वह समय और बाज़ार की प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगा।