पानीपत के सृजन पब्लिक स्कूल में एक शिक्षक को वीडियो के जरिए अनैतिक आचरण के दोष में दाँह तना हुआ है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है और इसके चलते स्कूल व जिले के कई अधिकारियों पर कार्रवाई की मांगें उठ रही हैं।
पानीपत के सृजन पब्लिक स्कूल की घटना
वीडियो में एक कक्षा में बच्चे को मैट पर बैठे देखा गया। उसके बाद एक महिला शिक्षिका उसे बुलाती है और क्रमशः उसके कान को खींचती हुई थप्पड़ मारती दिख रही है। अन्य क्लिप में एक छात्र को खिड़की से उल्टा लटकाने तथा टॉयलेट साफ़ कराने के पीड़ित के रूप में दिखाया गया है। पोस्ट करने वाले अर्पित बाजवा ने दावा किया कि फाइल अपलोड करने के बाद प्रिंसिपल और अन्य कर्मचारियों ने उसे धमकियों का सामना कराया। संग्रहीत वीडियो यहाँ तक पहुंचा कि शिक्षिका के अनैतिक व्यवहार पर गहरी सार्वजनिक चिढ़ उत्पन्न हुई।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले का मामला
छत्तीसगढ़ के प्रतापगढ़ में, एक DAV पब्लिक स्कूल की दूसरी कक्षा की छात्रा पर इसी प्रकार की कठोर शारीरिक सज़ा दी गई। शिक्षिका ने उसे 100 बार उठाकर बैठने के लिए मजबूर किया, जिसके परिणामस्वरूप छात्रा के पैरों के मांसपेशियों पर भारी चोट लगती है। यह मामला 6 सितंबर को पैनिक में आ गया और स्कूल प्रशासन ने तुरंत शिक्षिका नम्रता गुप्ता को नौकरी से निकाल दिया।
स्कूल के प्रिंसिपल राजीव सिंह पर भी नज़र रखी गई, क्योंकि उन्हें उच्चाधिकारियों को सूचना न देने के कारण फोर्स लीव पर भेजा गया। स्कूल प्रशासन के अनुसार, इससे दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ा और परिवार के भीतर गहरी अस्थिरता पैदा हुई।
अन्य समाचार
हाल ही में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सर्कोजी को पेरिस की एक अदालत में आपराधिक साजिश के आरोप में पाँच वर्ष की जेल की सजा सुनाई गई है। सर्कोजी के राजनीतिक व व्यावसायिक इतिहास पर विशेष रिपोर्ट उपलब्ध हैं।
इन घटनाओं ने शिक्षा क्षेत्र में अनुशासन और मानवीय व्यवहार की चर्चा को फिर से ज़ोरदार कर दिया है।