नीतीश कुमार: शिक्षा से लेकर नौ बार मुख्यमंत्री बनने तक का यात्रा
बिहार के मुख्यमंत्री तथा अदालत से छूटे राजनेता नीतीश कुमार की कहानी शिक्षा और राजनीति के संगम को दर्शाती है। 1960 के दशक के एक साधारण परिवार से पैदा होकर उन्होंने माध्यमिक विद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय तक सफलतापूर्वक शिक्षा पूरी की, और बाद में बिहार की राजनीति में अपना करियर बना लिया।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
नीतीश कुमार की जन्म 1 अप्रैल 1955 को पटना के नर्मा जिले के एक नौकरवर्गीय परिवार में हुआ था। बचपन में ही उनका शैक्षणिक प्रदर्शन ने उनके परिवार को शिक्षा के महत्व से अवगत कराया।
- शोध विद्यालय (पूरा शिक्षा): 1963 से 1971 तक उन्होंने नर्मा के प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ाई की।
- स्नातक (इकॉनॉमिक्स और इतिहास): 1976 में उन्होंने पटना विश्वविद्यालय (पूर्व के यूनिवर्सिटी कॉलेज) से इकोनॉमिक्स तथा इतिहास में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
- उच्च शिक्षा / डिग्री: किसी भी तकनीकी या इंजीनियरिंग डिग्री के बजाय, उन्होंने सामाजिक विज्ञान में व्याख्यान के साथ राजनीतिक विज्ञान से रुख मोड़कर अपनी राजनीतिक अध्ययन जाँच शुरू की।
राजनीतिक सफर की शुरुआत
नव वर्ष 1977 में, जियोस्फी एंगेज होने के बावजूद, नीतीश कुमार ने पहले तत्कालीन भारतीय जनता दल (इंडिया) के विद्यार्थी संघ में हाथ आजमाया। उसके बाद वे 1980 के बाद जवनदेव पाठक द्वारा समर्थित द्रविड़वादी दल में शामिल हुए।
उन्हें 1992 में एक राजनैतिक विद्यालय की स्थापति के दौरान इसके प्रमुख सदस्य के रूप में पहचाना गया। साथ ही, 1994 में वे बिहार विधानसभा के एक सदस्य के रूप में चुने गये।
मुख्यमंत्री के रूप में नौ दौर
- पहला दौर (2005-2010): 2005 में प्रतिस्पर्धा के बाद, नीतीश कुमार ने पहली बार मुख्यमंत्री पद संभाला।
- दूसरा दौर (2010-2014): 2010 के आम चुनाव में उन्हें पुनः पदाधिकारी बनाया गया।
- तीसरा दौर (2014-2015): 2014 में नई सरकार के गठन के साथ, भले ही यह एक संक्षिप्त अवधि थी।
- चौथा दौर (2015-2020): योगी आदित्यनाथ सरकार के बाद, नीतीश कुमार 2015-2020 तक फिर से मुख्यमंत्री बने।
- पाँचवां दौर (2020-2023): 2020 में इन्डी कैपिटल-जनधारणा के बावजूद, वे उपर विन్యास के साथ मुख्यमंत्री पद पर बने रहे।
- छठा दौर (2023-आज तक): 2023 में चुनाव के बाद, वे नए सरकार के गठन के साथ आगे आ गये।
इन सभी दौरों में, उन्होंने बिहार के सतत विकास, शिक्षा सुधार, और ग्रामीण वित्तीय समावेशन पर उच्च प्राथमिकता सुनिश्चित की।
प्रमुख उपलब्धियाँ
| नीति | महिला स्वास्थ्य, शिक्षा, और कृषि सुधार के लिए प्रमुख योजनाओं का आरंभ करना। |
| बुनियादी ढांचा | सड़क, पुल, और संचार अवसंरण के विकास के लिए प्रमुख सरकार योजना को आरी भिन्न रूपांतर |
| सामाजिक नीति | साक्षरता और स्वास्थ्य सेवाओं में ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच बढ़ाना। |
विश्वास और प्रसिद्धि
नीतीश कुमार के प्रशंसकों का कहना है कि उनके नेतृत्व का मुख्य आधार “श्रम्य नीति” और “बिना रुचि का शासन” है। उनके विकास कार्यक्रमों से बिहार के सामाजिक और आर्थिक विकास की कहानी को गहन प्रेरणा मिली है।
जन्म 1955 से लेकर वर्तमान तक, नीतीश कुमार के जीवन में शिक्षा और राजनीति एकमात्र सहारा रहे हैं। उनकी कहानी यह प्रमाणित करती है कि समर्पित और मेहनती व्यक्ति किसी भी स्थिति, चाहे वह कक्षा हो या शासन, में परिवर्तन लाने की शक्ति रखता है।